इंसान में बर्ड फ्लू का आया अनोखा मामला,डब्ल्यूएचओ ने की पुष्टि
नई दिल्ली (जीरो लाइन न्यूज़) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने मंगलवार को भारत में बर्ड फ्लू के इंसान में फैलने की पुष्टि की। स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि एच9एन2 वायरस के कारण पश्चिम बंगाल में चार साल के बच्चे में इस संक्रमण का पता चला था। बच्चे को सांस से जुड़ी परेशानी, पेट में दर्द और तेज बुखार होने पर आनन फानन में आईसीयू में भर्ती कराया गया। यह भारत में एच9एन2 बर्ड फ्लू का दूसरा मामला है। इससे पहले पहली बार 2019 में ये मामला सामने आया था।डब्ल्यूएचओ के मुताबिक 7 जून को ढाई साल की एक बच्ची में एच5एन1 बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई और उसे ऑस्ट्रेलिया में आईसीयू में भर्ती कराया गया। उन्होंने हाल ही में भारत की यात्रा की थी।
किन लोगों को है इस संक्रमण से खतराः
बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहा जाता है। एवियन इन्फ्लूएंजा टाइप ए वायरस के संक्रमण के कारण होता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार यह आमतौर पर जानवरों के बीच स्थानांतरित होता है, लेकिन यह मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है। पोल्ट्री फॉर्म में काम करने वाले लोगों में इस वायरस से संक्रमित होने का रिस्क सबसे ज्यादा होता है। ये बीमारी वायरस से पीड़ित पक्षी के संपर्क में आने से और उसके मल के संपर्क में आने से फैलती है। बच्चों और बुजुर्गों को इस बीमारी का खतरा अधिक रहता है।
बर्ड फ्लू के लक्षण कौन-कौन से हैं?
डब्ल्यूएचओ का कहना है कि एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस का संक्रमण जानलेवा भी साबित हो सकता है। इस बीमारी में आंखें आना,आंखों में परेशानी। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिम्पटम जैसे पेट में मरोड़, उल्टी, लूज मोशन और डायरिया हो सकता है। बुखार, सांस लेने में तकलीफ,पेट में मरोड़, उल्टी, लूज मोशन और डायरिया हो सकता है। इंसेफेलाइटिस हो सकता है।