योग जम्मू-कश्मीर में और पर्यटकों को आकर्षित कर सकता है, रोजगार पैदा कर सकता है: मोदी

श्रीनगर (संवाद सहयोगी)  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि योग जम्मू कश्मीर में और पर्यटकों को आकर्षित कर सकता है साथ ही इससे स्थानीय लोगों को आजीविका के नए साधन मुहैया होंगे। प्रधानमंत्री ने 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर यहां डल झील के तट पर एक सभा को संबोधित किया।
उन्होंने अपने संबोधन में मिस्र में आयोजित एक प्रतियोगिता का हवाला दिया जिसमें उत्तरी अफ्रीकी देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योग का सहारा लिया गया था।
मोदी ने डल झील के किनारे एसकेआईसीसी के मैदान में कहा,‘‘ मैंने हाल ही में मिस्र का एक वीडियो देखा। उन्होंने एक प्रतियोगिता आयोजित की थी और देश के ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों में योग से जुड़े सर्वश्रेष्ठ वीडियो और तस्वीरों को पुरस्कृत किया था। इन तस्वीरों और वीडियो में मैंने देखा कि मिस्र की लड़कियां पिरामिड के आगे खड़े होकर योग कर रही हैं, यह बहुत आकर्षक था।’’
उन्होंने कहा,‘‘ कश्मीर के लिए योग आजीविका का बड़ा साधन बन सकता है। यह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बन सकता है।’’
यह कार्यक्रम डल झील के किनारे एसकेआईसीसी के खुले मैदान में होना था लेकिन लगातार बारिश के कारण इसे बड़े हॉल में आयोजित किया गया।
मोदी ने बारिश रुकने के बाद लोगों को संबोधित किया और प्रतिकूल मौसम के बावजूद डटे रहने के उनके दृढ़ संकल्प की सराहना की।प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘हमारी बेटियों ने बारिश से बचने के लिए योग मैट का सहारा लिया लेकिन वहां से गई नहीं। यह देख कर प्रसन्नता हुई।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि कई लोग योग को ईश्वर को पाने की एक आध्यात्मिक यात्रा मानते हैं और इस कारण से प्रायः ध्यान करना छोड़ देते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘ जब लोग योग की बात करते हैं तो उनमें से अधिकांश इसे एक आध्यात्मिक यात्रा मानते हैं जैसे कि अल्लाह, ईश्वर या भगवान को तलाशना …आध्यात्मिक यात्रा की बात छोड़ें, फिलहाल आप व्यक्तिगत विकास पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और योग इसका एक हिस्सा है।’’
मोदी ने कहा,‘‘ अगर आप इस रुख को अपनाते हैं तो मुझे यकीन है कि आपको बहुत लाभ मिलेगा। व्यक्तिगत विकास से समाज को लाभ होता है जिससे अंततः मानव जाति को लाभ होता है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने पर यह लंबे समय तक निरंतर लाभ देता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमें जीवन में योग के महत्व को समझना होगा। जैसे ब्रश करना या बालों में कंघी करना दैनिक दिनचर्या है वैसे ही जब आप इसके अभ्यस्त हो जाते हैं तो योग भी एक सामान्य प्रक्रिया बन जाती है। यह हर पल लाभ देती है।’’

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