भारत का यूपीआई दुनिया में मचाएगा धमाल
नई दिल्ली । देश का केंद्रीय बैंक आरबीआई प्रोजेक्ट नेक्सस में शामिल हो गया है। ये यूपीआई जैसे डोमेस्टिक फास्ट पेमेंट सिस्टम को देश से बाहर बैठे लोगों के बीच पैसों को भुगतान करने में सक्षम बनाएगा। अगले साल से फिलीपींस, मलेशिया और थाईलैंड के फास्ट पेमेंट सिस्टम को यूपीआई से जोड़ दिया जाएगा। इससे इन देशों के नाम यूपीआई से पैसों का डिजिटल ट्रांसजेक्शन करने में सक्षम होंगे। इंडोनेशिया भी भविष्य में यूपीआई पेमेंट सिस्टम से जुड़ सकता है। बता दें कि आरबीआई ने इस समझौते पर साइन किए। साथ ही इस दौरान आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास ने कहा कि, मेरे विचार में प्रोजेक्ट नेक्सस का सबसे बड़ा लाभ ये होगा कि इससे सीमा पार भुगतान बहुत तेज और कम खर्चीला हो जाएगा।
ये कम लागत पर सीमा पार डिजिटल ट्रांजेक्शन को तेज करने के लिए देशों के बीच ज्यादा अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ा देगा। आरबीआई यूपीआई और कई देशों के एफपीएस के माध्यम से सीमा पार खुदरा भुगतान को सक्षम करने के लिए प्रोजेक्ट नेक्सस में शामिल हो गया है। इस पहल में बीआईएसआईएच शामिल है और इसका उद्देश्य भुगतान दक्षता और गति को बढ़ाने के लिए बहुपक्षीय सहयोग करना है। इससे व्यक्ति से व्यक्ति और व्यक्ति से व्यापारी लेनदेन को लाभ होगा।
इंडोनेशिया को शामिल करने की भी तैयारीः आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास ने प्रोजेक्ट नेक्सस के लाभों पर जोर दिया, जिसका उद्देश्य मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे देशों के फास्ट पेमेंट सिस्टम के साथ यूपीआई को जोडऩा है, जिसमें बाद में इंडोनेशिया भी शामिल होगा, इस पहल का उद्देश्य सीमा पार भुगतान दक्षता में सुधार करना है, जिससे तेज और ज्यादा लागत प्रभावी ट्रांजेक्शन के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।