पुलिस ने ड्रग तस्करों के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 3 अपराधियों को किया गिरफ्तार
जालंधर (दविंदर) जालंधर पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने ड्रग तस्करों के एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 3 अपराधियों को गिरफ्तार किया। इस दौरान इनके कब्जे से 2 किलोग्राम हेरोइन, ड्रग मनी और वाहन बरामद किए गए हैं। इस संबंध में जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच की एक पुलिस पार्टी लम्मा पिंड से जंडू सिंघा रोड के पास नाका लगाकर चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान उन्हें हीरो डीलक्स मोटरसाइकिल नंबर (PB08-DX-7821) पर जाते हुए देखा गया। पुलिस ने शक के आधार पर मोटरसाइकिल को रोककर तलाशी ली तो सतीश सुमन पुत्र लहिंबर राम निवासी गुरु रविदास मंदिर, गन्ना गांव, जालंधर के पास से 1 किलो हेरोइन बरामद हुई।
जांच के दौरान पता चला कि सतीश सुमन बलकार सिंह पुत्र मुख्तियार सिंह निवासी गांव लखनपाल थाना सदर जालंधर, हाल निवासी निवासी गुरु रविदास नगर नजदीक आकाश कॉलोनी होशियारपुर के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दे रहा था। पुलिस ने बलकार को गिरफ्तार कर 720 ग्राम हेरोइन, 12 लाख रुपए ड्रग मनी, एक आई-20 कार (पीबी36-जे-9289) और एक छोटी इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन बरामद की गई है।
इस मामले में एक अन्य आरोपी, जिसकी पहचान कुलवंत राम पुत्र मक्खन लाल निवासी गांव किला बरुण राम कॉलोनी कैंप बजवाड़ा थाना सदर होशियारपुर के रूप में हुई है। इसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और उसके पास से 280 ग्राम हेरोइन, एक आई-20 कार (PB07 -BH-2493) और एक छोटी इलेक्ट्रॉनिक वजन मशीन बरामद की गई। उन्होंने बताया कि पता चला कि सतीश सुमन अपने गांव के रहने वाले लक्की, जो अमेरिका में रहता है, के संपर्क में आया। इसके बाद वह इस धंधे में शामिल हो गया और लक्की उसे खेप भेजता था। स्वप्न शर्मा ने कहा कि बलकार को पहले एक किलो हेरोइन के साथ गिरफ्तार किया गया था और तिहाड़ जेल में कैद किया गया था, लेकिन पैरोल पर रिहा होने के बाद वह वापस जेल नहीं गया।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि कुलवंत राम अपने जीजा बलकार सिंह के साथ मिलकर हेरोइन की तस्करी करता था। उन्होंने कहा कि तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन लक्की अभी भी फरार है और एफआईआर नंबर 125 दिनांक 18-06-2024 21सी-61-85 एनडीपीएस एक्ट पुलिस स्टेशन डिवीजन 8 जालंधर के तहत दर्ज की गई है। स्वपन शर्मा ने कहा कि सतीश सुमन की कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है जबकि बलकार और लक्की के खिलाफ 4-4 मामले जबकि कुलवंत के खिलाफ 2 मामले लंबित हैं।