शम्भू धरनास्थल पर किसानों, ग्रामीणों व व्यापारियों में तकरार, बॉर्डर खोलने के लिए किसानों को एक हफ्ते का अल्टीमेटम
राजपुरा (निस) शम्भू बाॅर्डर पर नेशनल हाईवे खुलावाने के लिए रविवार को आसपास के ग्रामीण व अम्बाला के कुछ व्यापारी किसान संगठनों के धरनास्थल पर पहुंचे और लगभग एक सप्ताह पहले दिये मांगपत्र पर जवाब चाहा लेकिन इस मौके पर वहां सरवण सिंह पंधेर व अन्य किसान नेता मौजूद नहीं थे।इस दौरान आरोप-प्रत्यारोप के बीच किसान संगठनों के नेताओं, गांववासियों व अम्बाला से आये व्यापारियों में तकरार इतनी बढ़ गई कि किसान संगठनों ने गांववासियों को भाजपा की ओर से भेजे एजेंट तक कह दिया तो गांववासियों ने भी उक्त किसान नेताओं को पंजाब के दुश्मन करार देते हुये स्वार्थी तक कह दिया।
इस मौके पर दोनों पक्षों को रोकने के लिये पुलिस का धरनास्थल पर न मौजूद रहना भी कई प्रकार के संदेह प्रकट कर रहा है। तेपला रोड के गांववासियों मिंटू गिल, सोनू व अन्य ने बताया कि पिछले चार महीने से ज्यादा समय से किसान संगठनों की ओर से मांगों को लेकर शम्भू बाॅर्डर पर दिये जा रहे धरने के कारण नेशनल हाईवे बंद रहने से उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बीमार लोगों को अस्पताल ले जाने के लिये अम्बाला नजदीक होने के बावजूद वे वहां जा नहीं सकते। लोगों का रोज़गार समाप्त हो गया है, बच्चे स्कूल नहीं जा सकते आदि कई परेशानियों को लेकर 16 जून को उन्होंने किसान नेता सरवण सिंह पंधेर को मांगपत्र सौंप कम से कम दोपहिया वाहनों के लिये रास्ता खोलने में सहयोग मांगा था लेकिन एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी कोई हल नहीं निकला। आज सुबह उन्होंने पंधेर से मोबाइल पर सम्पर्क की कोशिश की लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो सका। इसके चलते आज दोबारा सैकड़ों ग्रामीणों को यहां इकट्ठे होना पड़ा। इस मौके पर ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर एक सप्ताह में रास्ता नहीं खोला गया तो हज़ारों की संख्या में गांववासी इकट्ठे होकर तेपला व शम्भू रोड पूरी तरह बंद कर देंगे।
दूसरी ओर किसान नेता मान सिंह व सुरिंदर सिह ने फिर कहा कि शम्भू बाॅर्डर पर रास्ता केंद्र की भाजपा सरकार ने रोक रखा है, उन्होंने नहीं। वे तो अपनी मांगों को लेकर सिर्फ दिल्ली जाना चाहते हैं, लेकिन सरकार उन्हें जाने नहीं देती। सरकार अगर रास्ता खोलने के लिये कुछ करने के मूड में नहीं है तो वे क्या कर सकते हैं।
इस बीच, किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने सोशल मीडिया पर जारी बयान में कहा कि भाजपा ने कहा था कि 4 जून के बाद वे किसानों को देख लेंगे। आज वैसा ही हुआ। भाजपा व आम आदमी पार्टी ने धरना दे रहे किसानों पर हमला करने व उनकी स्टेज पर कब्जा करने की कोशिश की। इस दौरान पंजाब पुलिस के अधिकारी कहां थे, वह बतायें।
भाजपा पर झूठे आरोप लगाना बंद करें पंधेर : हरजीत ग्रेवाल
शम्भू बाॅर्डर पर आज दोपहर इकट्ठे होकर रास्ता खुलवाने का आग्रह लेकर गये नजदीकी गांववासियों कों भाजपा के गुंडे कहने पर भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हरजीत सिंह ग्रेवाल ने किसान नेता सरवन सिंह पंधेर पर बरसते हुये कहा कि वह भाजपा पर झूठे आरोप लगाना बंद करें। उन्होंने कहा कि पंधेर न तो किसान है और न ही किरती हैं। जो गांव वाले परेशान होकर रास्ता खुलवाने आये थे, उन्हें अब भाजपा के आदमी बता रहे हैं। इनकी वजह से पंजाब के हालात खराब होते जा रहे हैं, व्यापारी पंजाब से बाहर जा रहे हैं। पहले भी पंजाब से हर प्रकार की इंडस्ट्री पंजाब से बाहर चली गई है, नयी कोई आ नहीं रही।