कथा वाचक प्रदीप मिश्रा ने दंडवत होकर माफी मांगी

नई दिल्ली (जीरो लाइन न्यूज़) राधारानी को लेकर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में आए कथावाचक प्रदीप मिश्रा ने आज बरसाना पहुंचकर माफी मांगी. उन्होंने दंडवत होकर माफी मांगी और कहा कि मेरे शब्दों से तकलीफ पहुंची हो तो मैं क्षमा चाहता हूं. इससे पहले ब्रज में साधु-संतो ने महापंचायत का आयोजन कर पंडित प्रदीप मिश्रा के खिलाफ विरोध दर्ज कराया था. तो वहीं प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज ने भी माफी मांगने की बात कही थी.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश (सीहोर) के कथावाचक प्रदीप मिश्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें उन्होंने कहा था कि राधारानी का विवाह भगवान श्रीकृष्ण के साथ नहीं बल्कि मथुरा के छाता कस्बा निवासी अनय घोष के साथ हुआ था. साथ ही उन्होंने कहा कि बरसाना राधारानी का गांव नहीं है. बरसाना में तो राधा जी के पिता की कचहरी थी, जहां वो साल में एक बार आती थीं.
उनके इस बयान पर पूरे विवाद की शुरूआत हुई थी. इस बयान से ब्रज के साधु संतों और ब्रजवासियों में काफी आक्रोश था. साधु-संतों ने चेतावनी दी थी कि अगर कथावाचक प्रदीप मिश्रा राधारानी पर की गई टिप्पणी के बारे में माफी नहीं मांगते हैं, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
प्रेमानंद महाराज ने प्रदीप मिश्रा को राधारानी के बारे में जानकारी प्राप्त करने की बात कही थी. आम जनता और संत समाज की आपत्ति के बाद लगातार प्रदीप मिश्रा पर सवाल उठ रहे थे. वहीं प्रदीप मिश्रा ने पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी थी. लेकिन, शनिवार 29 जून को अचानक प्रदीप मिश्रा ने बरसाना पहुंचकर माफी मांग ली है.
पंडित प्रदीप मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘मेरी वाणी से किसी को ठेस पहुंची है, तो उसके लिए माफी मांगता हूं. मैं ब्रजवासियों के चरणों में दंडवत प्रणाम कर माफी मांगता हूं. मैंने लाडली जी और बरसाना सरकार से क्षमा चाहता हूं. सभी से निवेदन है कि किसी के लिए कोई अपशब्द न कहें. राधे-राधे कहें, महादेव कहें. मैं सभी महंत, धर्माचार्य और आचार्य से माफी मांगता हूं.’
इस दौरान बरसाना में बड़े पैमाने पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे. राधा-रानी से माफी मांगने के बाद पंडित प्रदीप मिश्रा मंदिर से बाहर निकले. हाथ जोड़कर ब्रज वासियों का अभिनंदन किया. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि राधा-रानी के दर्शन करने के लिए यहां आएं हैं. उन्होंने कहा कि वो ब्रजवासियों के प्रेम की वजह से यहां आएं हैं.

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