भारत और अमेरिका 10 अप्रैल से करेंगे संयुक्त युद्धाभ्यास ।
नई दिल्ली ( ज़ीरो लाइन: ब्यूरो) दुनिया के सबसे ताकतवर देश संयुक्त राज्य अमेरिका की वायु सेना भारतीय वायुसेना के साथ युद्धाभ्यास करेगी.यह युद्धाभ्यास पश्चिम बंगाल के कलाई कुंडा एयरपोर्ट और उसके नजदीकी इलाके में होगा.
अधिकारियों के मुताबिक, भारत और अमेरिका दोनों देश 10 अप्रैल से संयुक्त युद्धाभ्यास करने जा रहे हैं. इसमें भारत की ओर से रूसी मूल के अपने सुखोई-30 जेट समेत कई लड़ाकू विमान हिस्सा लेंगे. वहीं, अमेरिकी वायुसेना के एफ-15 स्ट्राइक ईगल लड़ाकू विमान की एक स्क्वाड्रन भी इस युद्धाभ्यास में शामिल होगी. बताया जा रहा है कि दोनों देशों के बीच यह युद्धाभ्यास कोप इंडिया के तहत होगा.
इंडियन एयरफोर्स दुनिया में चौथी सबसे ताकतवर वायुसेना मानी जाती है. इंडियन एयरफोर्स के पास कई ऐसी अत्याधुनिक तकनीक हैं, जो अभी दुनिया में केवल अमेरिका और रूस जैसी महाशक्तियों के पास ही हैं. इसके पास 42 फाइटर स्क्वाड्रन की अधिकृत ताकत है. इस वक्त सुखोई-30 के 12, जगुआर से छह, मिग-21 चार, मिराज-2000 के तीन, मिग-29 के तीन, एलसीए के दो और राफेल के दो स्क्वाड्रन हैं. इसके अलावा इंडियन एयरफोर्स के पास अन्य कई मालवाहक विमान, अटैक हेलीकॉप्टर, अवॉक्स विमान भी हैं.
इंडियन एयरफोर्स के पास हैं ऐसे फाइटर जेट
इंडियन एयरफोर्स के पास सुखोई-30, मिराज-2000, मिग-27, मिग-29, बिसन, जैगुआर, वैंपायर, तूफानी, हंटर और नैट जैसे विमान हैं. इनके अलावा Mi-2, Mi-35, MI-26, MI-17V5, चेतक और चीता जैसे ताकतवर हेलीकाप्टर भी हैं. जिनमें चेतक और चीता हेलिकॉप्टर का बेड़ा खोज और बचाव कार्यों में भी अहम भूमिका अदा करता है. बॉम्बर्स एयरक्राफ्ट की बात करें तो हमारी एयरफोर्स के लिबरेटर और कैनबरा आसमान से ही सैकड़ों कोस की दूरी तक दुश्मन की तबाही मचा सकते हैं.