बटाला में किसान और पुलिस कर्मचारी आमने-सामने”””पुलिस कर्मचारी ने महिला किसान के थप्पड़ तक जड़ दिया।
BATALA ( ज़ीरो लाइन: हरदीप कौर) बटाला में किसान और पुलिस कर्मचारी आमने-सामने हो गए। यहां तक कि पुलिस कर्मचारी ने महिला किसान के थप्पड़ तक जड़ दिया। आरोप है कि किसान नेताओं की पगड़ियां उतार दूर तक घसीटा भी किया, जिसकी सी.सी.टी.वी. फुटेज भी सामने आई है।
इस घटना के बाद किसान जत्थेबंदी का कहना है कि आज दोपहर 1 बजे ट्रेनें रोकी जाएंगी।
जानकारी के अनुसार दिल्ली कटरा नेशनल हाईवे के लिए ज़मीन अक्वायर करने के लिए एसडीएम गुरदासपुर अमनदीप कौर के नेतृत्व में गांव थानेवाल में शुरू करवाए गए काम को किसान जत्थेबंदियों ने बंद करवा दिया। इस दौरान एकत्रित हुए किसानों के विरोध कारण जब स्थिति तनाव पूर्ण बनी तो मौके पर डी.एस.पी. और सबंधित थाने की पुलिस भी भारी संख्या में पहुंच गई। एस.डी.एम. गुरदासपुर ने प्रदर्शनकारी किसानों को कहा कि जिस किसान की जमीन अक्वायर की जा रही है उस किसान को मुआवजे के पैसे दिए जा चुके हैं और किसान ने जमीन अक्वायर करन के लिए लिखित रूप में सहमति दी हुई है। परन्तु इस के बावजूद इस काम को जबरन रोकना गलत है। परन्तु किसान नेताओं ने कहा कि सिर्फ कुछ ही किसानों को मुआवजे के पैसे दिए गए हैं और जिला प्रशासन ने सही ढंग के साथ मुआवजे नहीं दिए। मौके पर किसान मज़दूर संघर्ष समिति के नेता हरविन्दर सिंह ने बताया कि उनको सूचना मिली थी कि गांव थानेवाल में जिला प्रशासन की तरफ से दिल्ली कटरा नैशनल हाईवे के लिए जमीन एक्वायर की जा रही है जिस के बाद किसान नेताओं ने यहां पहुंच कर विरोध किया है।
प्रशासन ने किसानों को जमीन का मुआवजा देने के लिए सही ढंग के साथ वार्डबन्दी नहीं की और न ही सभी किसानों को इसका सही मुआवज़ा दिया गया है। उन्होंने कहा कि जितनी देर सभी किसानों को पैसे नहीं मिलते, उतनी देर वह काम शुरू नहीं होने देंगे। एस.डी.एम गुरदासपुर अमनदीप कौर ने बताया कि दिल्ली कटरा नेशनल हाईवे प्रोजैक्ट के लिए गांव थानेवाल में जमीन अक्वायर करने का काम शुरू किया गया था परन्तु किसानों ने मौके पर पहुंच कर चल रहे काम को जबरन बंद करवा दिया है। उन्होंने कहा कि जिस किसान की यह ज़मीन है उस किसान को जमीन का मुआवजा भी मिल चुका है और किसान की तरफ से लिखित रूप में दिया गया है कि उसकी जमीन एक्वायर की जाए। परन्तु किसान मजदूर संघर्ष समिति जत्थेबंदी की तरफ से जबरन काम को रोका गया है जो कि सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि इन किसानों को हटाने के लिए डीसी गुरदासपुर के साथ बातचीत की जा रही है। उनके हुक्मों मुताबिक आगे की कार्यवाही की जाएगी।