ब्राह्मणों और मुसलमानों को भी मिले ओबीसी कोटा, महाराष्ट्र में उठी नई मांग
ज़ीरो लाईन न्यूज़/मुंबई। मराठा आरक्षण की मांग कर रहे मनोज जरांगे अब महायुति सरकार के सामने नई चुनौती पेश करते नजर आ रहे हैं। खबर है कि उन्होंने कुनबी रिकॉर्ड्स वाले ब्राह्मण और मुसलमानों समेत कई समुदायों को कोटा के लाभ देने की मांग रख दी है। पत्रकारों से बातीत के दौरान जरांगे ने साफ कर दिया है कि सरकार को अल्पसंख्यकों को हर हाल में कोटा देना ही होगा।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, जरांगे ने कहा, ‘मुसलमानों, मारवाड़ियों, लिंगायतों, ब्राह्मणों और कुनबी रिकॉर्ड्स वाले अन्य लोगों को आरक्षण का अधिकार है। ये उन समुदायों के सदस्यों पर निर्भर करता है कि उन्हें कोटा के फायदे चाहिए या नहीं।
हालांकि, उन्हें आरक्षण का लाभ देना कानूनी है।’ साथ ही उन्होंने कहा कि लोहार और कुम्हार समुदायों के कुनबी रिकॉर्ड्स भी सामने आए हैं। साथ ही उन्होंने ‘पात्र’ मुसलमानों को ओबीसी आरक्षण दिलाने के लिए दृढ़ रहने की बात कही है। खास बात है कि महायुति सरकार के लिए चुनौती इसलिए भी है, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी लगातार अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने का विरोध कर रही है। जबकि, उपमुख्यमंत्री अजित पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शिक्षा में मुसलमानों के लिए कोटा का समर्थन करती है।
क्या बोले सीएम शिंदेः महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि समाज में जातिगत तनाव नहीं फैले। यह बात उन्होंने मराठाओं और OBC द्वारा आरक्षण पर अपने रुख को मजबूत करने की पृष्ठभूमि में कही। शिंदे ने ओबीसी कार्यकर्ता लक्ष्मण हाके और अन्य को सरकारी हस्तक्षेप के बाद अनिश्चितकालीन अनशन वापस लेने के लिए धन्यवाद दिया। शिंदे ने नासिक में संवाददाताओं से कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि समाज में कोई जातिगत तनाव नहीं फैले।’ ओबीसी कोटा कम न किए जाने की मांग को लेकर कार्यकर्ता हाके और नवनाथ वाघमारे 13 जून से अनशन पर थे।