गुरुग्राम में गोशाला में घुसे 2 तेंदुओं ने 10 पशुओं को मार डाला, CCTV में हुए रिकॉर्ड
गुरुग्राम (जीरो लाइन नेटवर्क) गुरुग्राम के एक गांव में 2 तेंदुए के घुसने की खबर सामने आई है। ये दोनों ही तेंदुए गांव के एक गोशाला में घुस गए और उन्होंने वहां करीब 10 जानवरों को मार डाला। इस बात की जानकारी लोगों ने वन विभाग को दी और जब अधिकारी मौके पर पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनसे गुहार लगाई कि इन दोनों ही तेंदुओं को पकड़कर ले जाया जाए। तेंदुओं की दस्तक वहां लगे सीसीटीवी कैमोंरों में कैद हो गई है, जिसके बाद वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वह उन दोनों को पकड़ने के लिए जाल बिछाने वाले हैं।
दरअसल, यह मामला गुरुग्राम के टिकली गांव का है, जहां के एक गोशाला में दो तेंदुए गुस गए और कथित तौर पर उन्होंने 10 मवेशियों को जान से मार दिया। गांव वालों ने वन विभाग के अधिकारियों से तेंदुओं को पकड़ने की गुहार लगाई है अधिकरियों ने ग्रामीणों और गोशाला प्रबंधन से कहा है कि वे चारदीवारी को ऊंचा करने के लिए जाल लगा दें, जिससे तेंदुओं को पकड़ना भी आसान हो जाएगा।
सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई पूरी घटनाः गौरतलब है कि सीसीटीवी फुटेज में तेंदुओं की गश्त रिकॉर्ड हो गई है। इसमें साफ दिख रहा है कि एक तेंदुआ दीवार फांदता है और मवेशियों की तरफ बढ़ जाता है। तेंदुओं के दिखने से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। बता दें कि यह गांव अरावली की पहाड़ियों पर स्थित है, जिसके चलते यहां लगातार जंगली जानवर आ जाते हैं, जो कि आम लोगों के लिए खौफनाक स्थिति है।
वन विभाग ने दी जानकारीः इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों ने वर्तमान स्थिति पर विस्तृत जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि हमने गोशाला प्रबंधन को इसकी चारदीवारी की ऊंचाई बढ़ाने और जाल लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने हमसे खान-पान के लिए पिंजरे लगाने का अनुरोध किया है। हम यहां दो पिंजरे लगाएंगे। तेंदुए के पकड़े जाने की संभावना बहुत कम है क्योंकि यह एक खुला क्षेत्र है। वन विभाग ने यह भी कहा कि जंगल से सटा इलाका है, इसके चलते तेंदुए वापस भी जा सकते हैं, ये तेंदुए यहां शिकार के इरादे से आ सकते हैं। वहीं इस मामले में ग्रामीणों ने प्रशासन के सुरक्षा की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि ये तेंदुए गोवंश को शिकार बना रहे हैं, और ये हम पर भी हमला कर सकते हैं। गांव के आस-पास तेंदुए दिखने से दहशत का माहौल है, जिसके चलते लोग अपनी और अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर लगातार सतर्क हैं और प्रशासन से भी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।