लुधियाना में 3 दिन चली IT रेड में11 करोड़ कैश, गहने और 100 करोड़ प्रॉपर्टी के दस्तावेज टीम ने लिए कब्जे में
लुधियाना (ज़ीरो लाइन न्यूज़) पंजाब के जिला लुधियाना में तीन प्रमुख व्यापारिक समूहों पर तीन दिन से आयकर विभाग की छापेमारी चल रही थी। ये छापामारी अब समाप्त हो गई है। IT की टीमों ने नकदी और जेवरात जब्त किए हैं। बताया जा रहा है कि 11 करोड़ और 100 करोड़ आय से अधिक के दस्तावेज विभाग को मिले, जो कहीं न कहीं बड़ी गड़बड़ी की ओर इशारा करते हैं। ये छापामारी गुरुवार को लुधियाना, जालंधर, दिल्ली और गुजरात में तीन समूहों से संबंधित 20 से अधिक परिसरों पर शुरू हुई थी। जिनमें से दो (निक्कमल और सरदार) आभूषण कारोबार में हैं जबकि तीसरा व्यापारी (मणि राम बलवंत राय) किरयाना और कॉस्मेटिक स्टोर है।
सूत्रों के मुताबिक, रविवार की सुबह छापे मारे गए और 11 करोड़ की नकदी और आभूषण बरामद किए गए। इसके अलावा इस विभाग ने प्लॉटों और इमारतों की रजिस्ट्री, निवेश और अन्य सबूत जैसे दस्तावेज बरामद किए है, जो कथित तौर पर लगभग 100 करोड़ रुपए की आय में गड़बड़ी का मामला है।
इतनी बड़ी राशि तीनों समूहों में से किसकी है और किसने टैक्स नहीं दिया इसकी अभी जानकारी अधिकारियों ने नहीं दी। बता दें कि किरयाना और कॉस्मेटिक व्यवसाय का मालिक समूह पहला व्यक्ति है जो आयकर की छापामारी में शामिल है। इनवॉयसिंग, बिल में फेरबदल और संशोधन का काम इसी ग्रुप द्वारा किया जा रहा था। सूत्रों के मुताबिक, समूह अपनी वास्तविक आय के अनुसार करों का भुगतान नहीं कर रहा था और COVID-19 लॉकडाउन के दौरान भी भारी पैसा कमाया था। जब किरयाना को छोड़कर अन्य सभी व्यवसाय बंद थे। इन छापों से एक और दिलचस्प घटनाक्रम सामने आया है। निक्कमल ज्वेलर्स ऐसा समूह है जिस पर छह साल में दूसरी बार छापा मारा गया है। पिछली छापेमारी नवंबर 2016 में की गई थी, जिस समय नोटबंदी हुई थी। नोटबंदी से अगले दिन दो दिन बाद ही छापामारी हुई थी।