शराब के शौकीनों के लिए अच्छी खबर, अब लगेगी मौज!
जालंधर (सुभाष शर्मा) शराब के शौकीनों के लिए अच्छी खबर है। अब आपको शराब खरीदने के लिए काउंटर पर जाने की जरूरत नहीं है. स्विगी, जोमैटो और बिगबास्केट जैसे ऑनलाइन डिलीवरी प्लेटफॉर्म जल्द ही बीयर, वाइन और शराब जैसे कम अल्कोहल वाले पेय पदार्थों की डिलीवरी शुरू कर सकते हैं। उद्योग के अधिकारियों के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नई दिल्ली, कर्नाटक, हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, गोवा और केरल सहित कई राज्य इस पहल के लिए पायलट परियोजनाओं पर विचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अधिकारी वर्तमान में शराब की डिलीवरी की अनुमति देने के फायदे और नुकसान का मूल्यांकन कर रहे हैं। 2020 में, स्विगी और जोमैटो ने COVID-19 लॉकडाउन के दौरान अपनी सेवाओं में विविधता लाने के लिए गैर-मेट्रो क्षेत्रों में शराब की ऑनलाइन डिलीवरी शुरू की, जब उनका मुख्य व्यवसाय काफी प्रभावित हुआ था।
रिपोर्ट में एक उद्योग अधिकारी के हवाले से कहा गया है, “यह बढ़ती प्रवासी, खास करके शहरों में उन उपभोक्ताओं की बदलती प्रोफ़ाइल को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जो मध्यम तदाद में अल्कोहल वाले शराब को भोजन के साथ मनोरंजन के तौर पर सेवन करते हैं। महिलाओं और सीनियर नागिरक ने रिवायती शराब की दुकानों से खरीदारी करने और स्टोरफ्रंट के अनुभव को अप्रिय बताया है।
वहीं दिनकर वशिष्ट कार्पोरेट अफेयर्स, स्विगी के उपप्रधान ने एक एजैंसी को बयान देते हुआ कहा कि ऑनलाइन मॉडल में पूर्ण लेनदेन रिकॉर्ड, आयु सत्यापन और नियमों की पालना की जाती है। इसके अलावा, ऑनलाइन तकनीक सरकार और उत्पाद शुल्क नियमों के अनुसार काम करती है, जैसे समय की पाबंदी, ड्राई डे और जोनल डिलीवरी नियम, सभी का ठीक से पालन किया जाता है।
बढ़ सकता है कारोबारः पब चेन दि बीयर कैफे के मुख्य कार्यकारी राहुल सिंह ने कहा, “शराब की ऑनलाइन होम डिलीवरी को सक्षम करके, राज्य उपभोक्ता की सुविधा को बढ़ा सकते हैं, आर्थिक विकास को बढ़ावा दे सकते हैं और जिम्मेदार और नियंत्रित शराब वितरण सुनिश्चित करते हुए ग्लोबल रुझानों के साथ तालमेल रख सकते हैं।”
कोविड में शुरू की गई थी यह योजनाः रिपोर्ट्स के मुताबिक, शराब की होम डिलीवरी केवल ओडिशा और पश्चिम बंगाल में शराब की होम डिलीवरी की इजाजत है। रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र, झारखंड, छत्तीसगढ़ और असम में प्रतिबंधों के बावजूद कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान शराब की डिलीवरी के लिए अस्थायी मंजूर पाबंदियों के बावजूद सफल रही। रिटेल इंडस्ट्री के अधिकारियों के मुताबिक, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में ऑनलाइन डिलीवरी के कारण बिक्री 20-30 फीसदी बढ़ी है।