ईरान से पहले वार करने की प्लानिंग! इंतजार में समय बर्बाद नहीं करना चाहता इजरायल

इजराइल (जीरो लाइन नेटवर्क) प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा रविवार शाम को सुरक्षा प्रमुखों की बैठक बुलाई गई. इस बैठक में रक्षा मंत्री योआव गैलेंट, आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हालेवी, मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया ने भाग लिया. ईरानी हमले को देखते हुए इजरायल अलर्ट हो गया है लेकिन यहूदी राष्ट्र की प्लानिंग सिर्फ युद्ध की तैयारियां करते हुए हमले का इंतजार करना ही नहीं है. हिब्रू मीडिया का कहना है कि अगर इजरायल को इस बात के पुख्ता सबूत मिल जाते हैं कि तेहरान हमला करेगा ही, तो वह उससे पहले अटैक करने की सोच सकता है.
द टाइम्स ऑफ इजरियाल के मुताबिक प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा रविवार शाम को सुरक्षा प्रमुखों की बैठक बुलाने के बाद हिब्रू मीडिया ने इस बारे में जानकारी दी. इस बैठक में रक्षा मंत्री योआव गैलेंट, आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हर्ज़ी हालेवी, मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया और शिन बेट प्रमुख रोनेन बार ने भाग लिया.
रिपोर्ट के मुताबिक यह आकलन है कि ईरान आने वाले दिनों या हफ्तों में इजरायल पर हमला कर सकता है. लेकिन यूहदी राष्ट्र को इस बात का अंदाजा नहीं है कि यह हमला कितना बड़ा या किस तरह किया जाएगा. इसलिए वह इस बारे में कई विकल्पों पर चर्चा कर रहा है कि वह किस तरह से किसी संभावित हमले का सबसे अच्छा जवाब दे सकता है या उसे रोक सकता है.
मीटिंग में क्या हुआः बैठक में ईरान पर हमला करने के विकल्प पर चर्चा की गई. हालांकि सुरक्षा अधिकारियों ने जोर देकर कहा कि इस तरह के कदम को तभी अधिकृत किया जाएगा जब इजरायल को इस बात की पुख्ता खुफिया जानकारी मिले कि तेहरान खुद हमला करने वाला है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मामले में इजरायल के पास अपनी खुफिया जानकारी होनी चाहिए और उसका अमेरिकी इंटेलीजेंस जानकारी के साथ मेल होना जरूरी होगा. अगर यह मेल खाती भी है, तो भी यहूदी राष्ट्र पहले हमला करने के ऑप्शन को टाल सकता है. दरअसल इजरायल की तरह, अमेरिका भी अनिश्चित है कि ईरान का संभावित हमला किस स्तर का और कैसा होगा. अमेरिका का मानना ​​है कि तेहरान ने अभी तक अंतिम निर्णय नहीं लिया है.
बता दें ईरान और उसके लेबनानी सहयोगी हिजबुल्लाह और फिलिस्तीनी ग्रुप हमास ने पिछले हफ्ते तेहरान में हमास नेता इस्माइल हनीयेह की हत्या के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है. हनिया की हत्या बेरूत के पास हिजबुल्लाह के सैन्य प्रमुख फुआद शुकर की हत्या के कुछ ही घंटों बाद हुई. इजरायल ने शुकर की हत्या की जिम्मेदारी ली है, लेकिन आधिकारिक तौर पर हमास के राजनीतिक विंग के चीफ हनिया को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है.
शुकर और हनिया की हत्या के बाद तनाव काफी बढ़ गया है, यह क्षेत्र पिछले कई महीनों से उथल पुथल से गुजर रहा है. पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर अभूतपूर्व हमला किया था, जिसमें करीब 1,200 लोगों की हत्या कर दी थी, 251 लोगों को बंधक बना लिया था. इसके जवाब में इजरायल ने हमास के कब्जे वाले गाजा पर हमले करना शुरू कर दिया. इजरायली हमलों में 39,000 से अधिक लोगों की हत्या कर दी गई.

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