सावन में ‘महादेव’ को ईंटों से चुनवा दिया, रेलिंग में करंट और मंदिर में लगाया ताला
ग्वालियर (जीरो लाइन नेटवर्क) मध्य प्रदेश के ग्वालियर में तीन महिलाओं ने अजीबो गरीब हरकत की तो करोड़ों श्रद्धालुओं को बड़ी पीड़ा हुई. आस्था के साथ खिलवाड़ के इस जघन्य मामले में कुछ महिलाओं ने एक मंदिर में शिवलिंग को ईटों से चुनवा दिया. महादेव को चुनवाने का दुस्साहस करने वाली इन महिलाओं ने शिवलिंग को ईटों से चुनवाने के बाद उसकी रेलिंग में करंट और बाहर से ताला लगा दिया. मंदिर में दर्शन करने आए स्थानीय लोगों ने ये सब देखा तो उनके पैरों के तले की जमीन खिसक गई. बाबा के भक्तों ने जमकर तांडव मचाया और हंगामा करते हुए पुलिस को सूचना दी.
हंगामा के बाद तीनों महिलाओं के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है. दो महिलाओं को हिरासत में लिया गया है. हिरासत में ली गई महिला ने बताया कि शिव भगवान ने दर्शन देकर ऐसा करने के लिए उन्हें कहा था. जबकि इस मामले में एक महिला फरार है.
दरअसल विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के सिटी सेंटर स्थित राजीव आवास योजना की मल्टी के पास एक शिव मंदिर पर उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब स्थानीय लोग पूजा अर्चना करने पहुंचे. स्थानीय लोगों ने देखा कि शिवलिंग को किसी ने ईंट और सीमेंट से चुनवा दिया है. इसके साथ ही रेलिंग में करंट के साथ-साथ बाहर से ताला लगा दिया गया है. जिसके बाद वहां तनाव फैल गया. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई.
यहां जांच की तो पता लगा कि राजीव आवास में रहने वाली एक 45 साल की महिला कृष्णा, विमला और सरिता अग्रवाल महिलाओं ने यह शिवलिंग को सीमेंट से चुनवा दिया है. इसके बाद पुलिस जब महिलाओं के घर पहुंची तो दो महिलाएं कृष्णा और विमला पुलिस को मिली गईं. जिनको हिरासत में लेकर पुलिस थाने लेकर पहुंची. पकड़ी गई महिला कृष्णा और विमला ने स्वीकार किया है कि उन्होंने इस तरह शिवलिंग को ईंट और सीमेंट से चुनवा दिया है.
महिला ने उसका कारण भी बताया कि अंदर शिवलिंग बड़ा हो रहा है. पुलिस ने पूछा कि अंदर शिवलिंग कैसे बड़ा हो रहा है. इस पर महिला ने बताया कि उसे रात को शिवजी ने सपना दिया था. सपने में कहा था कि मेरी पिंडी को बड़ा करना है. इसके लिए उसे ढंक दिया जाए. वहीं स्थानीय लोगों के शिकायत पर पुलिस ने तीनों महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर दो महिलाओं की हिरासत में लेकर नोटिस पर छोड़ दिया है जबकि एक महिला सरिता अग्रवाल अभी फरार है जिसकी पुलिस तलाश में जुड़ गई है.
यूनिवर्सिटी थाना के टीआई उपेंद्र छारी ने कहा कि वो सभी से शांति बनाए रखने की अपील करते हैं, मामले की जांच जारी है, तीसरी महिला को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. ये विवेचना भी की जाएगी कि आखिरकार उन्होंने इस पवित्र श्रावण मास यानी सावन के महीने में ऐसा क्यों किया? क्या इसके पीछे कुछ और साजिस तो नहीं है. वहीं ये भी पता लगाने की कोशिश हो रही है कि कहीं इन महिलाओं से ऐसा घृणित काम कराने वाला मास्टरमाइंड कोई और तो नहीं है.