बसपा में आकाश आनंद की रिएंट्री, मायावती ने फिर दी बड़ी जिम्मेदारी
नई दिल्ली (संवाद सहयोगी) बसपा प्रमुख मायावती ने रविवार को भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित किया। आकाश का राष्ट्रीय संयोजक का पद भी बहाल कर दिया गया है। इसे बसपा में आकाश की रिएंट्री कहा जा रहा है। बसपा नेता सरवर मलिक ने कहा कि बीएसपी प्रमुख मायावती ने आकाश आनंद (मायावती के भतीजे) को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है। आकाश आनंद पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक होंगे। उल्लेखनीय है कि बसपा प्रमुख मायावती ने 10 दिसंबर, 2023 को लखनऊ में देशभर से आए पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था।
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मायावती ने आकाश आनंद को अपने उत्तराधिकारी और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया। मायावती ने तब कहा था कि पार्टी और आंदोलन के हित में और आनंद के पूर्ण परिपक्वता हासिल करने तक यह निर्णय लिया है।
आकाश को महंगा पड़ा था यह बयान : बसपा नेता आकाश आनंद ने सीतापुर में अपने भाषण में कहा था, यह सरकार बुलडोजर सरकार और गद्दारों की सरकार है। जो पार्टी अपने युवाओं को भूखा छोड़ती है और बुजुर्गों को गुलाम बनाती है वह आतंकवादी सरकार है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद बसपा ने बिना कोई कारण बताए पिछले दिनों आकाश आनंद की सभी प्रस्तावित रैलियों को स्थगित कर दिया था।
कौन है आकाश आनंद : आकाश आनंद मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं। आकाश का जन्म 1995 में नोएडा में हुआ। नोएडा और गुरुग्राम से स्कूली शिक्षा हासिल करने के बाद आकाश ने लंदन से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) किया। भारत लौटने के बाद उन्होंने खुद का बिजनेस शुरू किया। उन्होंने कई बड़ी कंपनियों के साथ काम भी किया। वर्ष 2016 में आकाश आनंद ने सक्रिय राजनीति में आने का फैसला लिया। साल 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने आकाश को स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल किया था।